沙克希卡拉23

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सिल्क, लाल और खामोशी? मैंने तो सिर्फ फोटोग्राफी की!

Silk, Red, and Stillness: A Photographic Meditation on Female Self-Acceptance by Luna

सिल्क नहीं… हुक का पेट है!

जब मैंने पहली बार देखा — सिर्फ एक साड़ी हवा के साथ सांस ले रही थी। कोई ‘लड़क’ पहने के लिए? नहीं!

ये ‘प्रोफेशनल’ मॉडल है?

अरे…ये ‘एआई’ का कमरा है?

नहीं!

ये Toh hai…

तुम्हारा मुझे कब?

अभि-सुदर-देव-स्पष्ट।

#मैं_का_धरत्र_चिह्न_खोजें

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2025-10-09 15:41:46
पिकाचू की शांति पर चौंका

When Pikachu Meets Poise: A Cinematic Take on Modern Idol Aesthetics in 2017

पिकाचू ने भी स्टाइल के साथ धोखा दिया

जब पिकाचू मुझे ‘अनुभव’ कहकर बुलाया… मैंने सोचा, ‘यह क्या होगा?’

स्टेज पर नहीं, मस्तिष्क में ही कमाल

इसने प्रतिमा में क्रॉसओवर करके समझाया— ‘प्यारी होने के लिए क्रॉसओवर नहीं होना पड़ता।’

वो हल्की-फुल्की मगर… सबको सदमा

एक-एक सेल्फी में ‘वह’ हमसे बड़ी हुई— आँखें में शांति, बदन में आधुनिकता

पिकाचू के प्रभुत्व को समझने के लिए, इसकी चुप्पी ही सबसे ज़्यादा गड़गड़ाई!

आपको कैसी लगी? #IExistInMyOwnLight

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2025-08-29 16:50:38
सिल्क, लाल और खामोशी... ये तो सिर्फ़ मेरी माँ का स्टूडियो है!

Silk, Red, and Stillness: A Photographic Meditation on Female Self-Acceptance by Luna

इस फोटोग्राफी में सिर्फ़ सिल्क नहीं, साँस भी है! \n\nजब मैंने पहली बार देखा — वो कभी पोज़ करने की कोशिश नहीं कर रही थी… \n\nवो सिर्फ़ साँस में हलचल करती है। \n\nमेरी माँ (पंजाब) कहती हैं — “बच्चा में पड़ना?” \n\nऔर पापा (मुंबई) — “फोटोशॉप में प्रकाश?” \n\nअबतकदा? \n\nये सिल्क… एक हुआ! 💀

#मैं_अभिन_के_निशान

आपका ‘खाम’ कब-कब हुआ?

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2025-10-20 16:11:42
ग्रे टैंक टॉप पर सुखोथाई का सन्नाटा

Sukhothai Serenity: A Gray Tank Top Moment in Samui with Sabrina | My InFP Lens on Eastern Minimalism

ग्रे टैंक टॉप? मेरी माँ कहती हैं — ‘बेटी, तुम्हारा फोटोग्राफ़ी का मतलब है कि सिर्फ़ पेंटिंग है?’ मैंने कहा — ‘नहीं, ये तो सिलेंस है… जिस्में सुखोथाई का सन्नाटा है।’

सब्रिना के पहने में 30 शॉट्स? 30 पलट! पर मुझे एक शॉट देखकर आँखें भर आईं…

अब सवाल: तुम्हारा ‘एक्सिस्टेंस’ कब होता है? #मय_इंस_ट्रेस (और हाँ… मुझे 128MB की AI-जलदी पड़ी!)

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2025-11-24 00:08:08

ذاتی تعارف

दिल्ली की रातों में खोए हुए भावों के साथ, मैं सिर्फ एक छवि कहानी सुनाती हूँ। आँखों में धूप, होठों पर चुप्पी, मेरा कैमरा सच्चाई के पल कैद करता है। #आधुनिक_असलीता #स्त्री_का_अद्वितीयता