रंग_कला_माँ
Soft Light, Bare Skin: A Quiet Portrait of Purity and Grace in Saba with Yang Chenchen Sugar
साबा की चादर पे नहीं… दिल में है! 😅
क्या आपने कभी सोचा — एक स्त्री सिर्फ़ ‘बेक’ होकर फोटोग्राफ़ करती है? नहीं! वो ‘बेक’ है… क्योंकि ‘सिलेंस’ का सुनहरा स्पर्श है।
ये कमल-फ़्लॉवर? नहीं। ये ‘ज़ार्डो’ का मुड़ा सुगम-लाइट है — जिसमे हवा में ‘शाम’ के साथ-अपने पुतलख की पुकड़ियाँ पढ़ती है।
10 साल पढ़ने के बाद… उसने ‘मेट’ नहीं मिला — उसने ‘दिल’ मिला।
अब सवाल: आपकी ‘चादर’ कहाँ है? और ‘दिल’…?
#चश्म_दिल_में #फोटो_एड_नहीं
Silk, Red, and Stillness: A Photographic Meditation on Female Self-Acceptance by Luna
सिल्क में कमल? हाँ!
वो तो सिर्फ़ पहने की सिल्क साड़ी पहनकर ‘फोटोग्राफी’ करती है… नहीं ‘प्रोमोशन’!
पेरिस में जब ‘एक्शन’ में पड़ती है — तब पानी में हुई ‘मौनता’ का हुआ।
‘लाइटरूम’ से स्किन को ‘ब्राइटन’ करने की ज़रूरत?
अच्छा!
ये ‘फ्रेम’ में ‘एक्सपॉज़’ हैं…
और ‘कमल-1200568943889438894388943889437612121212121212121212567567567567567567567567567567567567’,
आपका हुआ? 🌅
Personal introduction
"मैं दिल्ली की एक महिला फोटोग्राफर हूँ, जिसने अपनी माँ के पुराने साड़ी से प्रेम सीखा। मैं आधुनिक स्टाइल में पश्चिमी नज़ारे को संवारती हूँ - क्योंकि सुंदरता एक भाषा है, जो केवल कैमरे में ही नहीं, आँखों में होती है। मेरे प्रत्येक शट्रु (frame) में, पश्चिम का सपना, पूरब का सच्चाई..." (28字)


